माइग्रेन के क्या है लक्षण,जानिये उपचार
माइग्रेन आमतौर पर एक मध्यम या गंभीर सिरदर्द होता है, जिसमें सिर के आधे हिस्से में भारीपन महसूस होता है।इसके अलावा इसमें अधिकांश लोगों को सिरदर्द के साथ-साथ अन्य लक्षण जैसे उल्टी होना, चक्कर आना, दिखने में परेशानी का होना इत्यादि भी दिखाई देते हैं।इसकी वजह से सिर में असहाय दर्द कुछ घंटों से लेकर कुछ दिनों तक रहे। इस समस्या की शुरूआत बचपन में हो सकती है या फिर इसका पता वयस्कता तक न चले।पुरुषों की तुलना में महिलाओं में इस सिर की समस्या के होने की संभावना अधिक रहती है।
माइग्रेन अक्सर हल्का अथवा कष्टदायक सिरदर्द होता है जिसमें सिर की एक ओर झनझनाहट वाला तेज दर्द महसूस होता है।कई व्यक्तियों में मिचली, उल्टी और प्रकाश अथवा ध्वनि के प्रति संवेदनशीलता में वृद्धि जैसे लक्षण भी होते हैं।माइग्रेन एक सामान्य स्वास्थ्य समस्या है, जो लगभग पाँच महिलाओं में से एक और लगभग 15 पुरुषों में से एक को प्रभावित करती हैं। सामान्यतः यह प्रारंभिक वयस्कता में आरम्भ होती है।
माइग्रेन के लक्षण
किसी भी अन्य समस्या की तरह माइग्रेन के भी कुछ लक्षण होते हैं, जो इसकी शुरूआत का संकेत देते हैं।
यदि किसी व्यक्ति को ये 6 लक्षण नज़र आते हैं, तो उसे इन्हें नज़रअदाज़ नहीं करना चाहिए और इनकी सूचना तुरंत अपने डॉक्टर को देनी चाहिए-
कब्ज का होना- यदि किसी व्यक्ति का पेट खराब रहता है और वह कब्ज की समस्या से परेशान रहता है तो उसे सिर की यह समस्या हो सकती है।
अत: सभी को अपने पेट का विशेष ध्यान रखना चाहिए और केवल पोष्टिक भोजन ही करना चाहिए।मूड स्विंग का होना- इस सिर की समस्या का अन्य लक्षण मूड स्विंग का होना भी है।
ऐसे में यदि कोई व्यक्ति इससे परेशान है तो उसे तुंरत मनोवैज्ञानिक से मिलकर इसका इलाज कराना चाहिए।भूख लगना- दिन में 3-4 बार भोजन करना प्रकृति का नियम है, लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं, जिन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में भूख लगती रहती है।
हालांकि, ऐसे लोगों का मज़ाक बनाया जाता है और इसी कारण वे इसका सही इलाज नहीं करा पाते हैं। लेकिन, किसी भी व्यक्ति को इसमें लापरवाही नहीं बतरनी चाहिए और इसके लिए किसी डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।गर्दन में अकड़न का होना- गर्दन में अकड़न थकावट का संकेत होता है, जिसके लिए लोग सामान्य तरीकों को अपनाते हैं।
लेकिन, इसके लिए भी मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है क्योंकि यह सर्वाइकल जैसी सिर की कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं।प्यास लगना एवं बार-बार पेशाब का आना- यदि किसी व्यक्ति को थोड़ी-थोड़ी देर में प्यास लगती है या फिर उसे बार-बार पेशाब करने जाना पड़ता है, तो उसे इसे नज़रअदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि क्या पता यह उसके मूत्राशय के खराब होने का संकेत हो।मूत्राशय का खराब होना सिर बीमारी का कारण है।
बार-बार जम्हाई का आना- आपने अक्सर यह देखा गया होगा कि कुछ लोग दिन-भर जम्हाई लेते रहते हैं और हम लोग ऐसा सोचते हैं कि ऐसा उनके कम सोने का परिणाम होगा।
लेकिन, कई बार इस सिर बीमारी का संकेत होता है, ऐसे में कोई भी व्यक्ति लापरवाही न बरते।
माइग्रेन का उपचार
यदि कोई माइग्रेन से पीड़ित है, तो वह इसका इलाज करने के लिए इन 5 तरीकोें का इस्तेमाल करें-
टेबलेट लेना- जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है कि सिर की यह समस्या हॉर्मोन के असामान्य परिवर्तन के कारण भी होती है।
ऐसे में हॉर्मोन के असामान्य परिवर्तन का इलाज हॉर्मोन को सामान्य करने की टेबलेट का सेवन के द्वारा भी किया संभव है।योगा करना- वर्तमान समय में योगा काफी प्रसिद्ध हो रहा है। अधिकांश लोग विभिन्न बीमारियों का इलाज करने के लिए इसे करते हैं।यदि माइग्रेन की बात की जाए तो सिर में असहाय दर्द का इलाज कई सारे योगासान जैसे पद्मासान, शिशुासन इत्यादि के द्वारा संभव है।
व्यायाम करना- किसी भी अन्य बीमारी की तरह माइग्रेन में भी व्यायाम करना बेहतर विकल्प साबित हो।
व्यायाम के माध्यम से मस्तिष्क की मांसपेशियां खुलती हैं, जिसकी सहायता से व्यक्ति जल्दी से ठीक हो जाए।हेल्दी डाइट अपनाना- जैसा कि ऊपर स्पष्ट किया गया है कि यह समस्या अपौष्टिक भोजन का सेवन करने के कारण भी होती है।
अत: प्रत्येक शख्स को अपने खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए और हेल्दी डाइट को अपनाना चाहिए।ब्रेन सर्जरी कराना- जब इससे पीड़ित किसी व्यक्ति को उपचार के किसी अन्य तरीके से लाभ नहीं मिलता है, तब डॉक्टर उसे ब्रेन सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
इस सर्जरी में मस्तिष्क के उस हिस्से को ठीक किया जाता है, जिसकी वजह से शख्स को सिर में असहाय दर्द होता है।
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