Global Hand Washing Day 2020: कोरोना के साथ साथ कई बिमारियों से पायें निजात
हर साल 15 अक्तूबर को दुनियाभर में 'ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे' यानी विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस मनाया जाता है।अपने आपको लेकर हम किस हद तक लापरवाह हैं, इस बात का पता इसी से चलता है कि करीब दो सदी पहले शुरू की गई हाथ धोने की आदत को हम आज तक जीवन में नहीं उतार पाए हैं।
पुराने समय में लापरवाही आम बात थी। क्योंकि उस वक्त तक हमारी पीढ़ी ने कोरोना जैसी महामारी का तांडव नहीं देखा था। लेकिन अब हाथ धुलने के तरीके और हाइजीन की बात को कोई भी हल्के में नहीं ले सकता है। क्योंकि कोरोना वायरस ने बता दिया है कि बार-बार हाथ धोना आपके शरीर के लिए एक आसान वैक्सीनेशन जैसा है, जो आपको कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित रखता है।
प्रत्येक वर्ष 15 अक्टूबर के मौके पर वैश्विक स्तर पर हाथों की स्वच्छता को लेकर ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे मनाया जाता है। इसके पीछे की मान्यता है कि हाथों की गंदगी से होने वाली बीमारी जैसे डायरिया, आंख और त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाव करना। अब तो कोरोना संक्रमण काल ने हाथ धोते रहने की प्रवृत्ति को और भी आगे बढ़ाने का काम किया है।
डॉक्टरों की मानें तो हमारे हाथों में न जाने कितनी अनदेखी गंदगी छिपी होती है, जो किसी भी वस्तु को छूने, उसका इस्तेमाल करने और कई तरह के रोजमर्रा के कामों के कारण होती है। यह गंदगी बगैर हाथ धोए कुछ भी खाने-पीने से शरीर में पहुंच जाती है और कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है।
हाथ धोने के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए वैश्विक स्तर पर हर साल 15 अक्टूबर को हैंड वॉशिंग डे मनाया जाता है।इस दिन की स्थापना वर्ष 2008 में ग्लोबल हैंड वॉशिंग पार्टनरशिप द्वारा की गई जिसका प्रयास साबुन से हाथ धोने के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना है।
कोई टिप्पणी नहीं