5 जुलाई को पड़ने वाले चंद्र ग्रहण का क्या होगा प्रभाव,जानिये
5 जुलाई यानी कि कल साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इस दिन गुरु पूर्णिमा भी है। पिछले महीने ही देशभर में दो ग्रहण देखने को मिले थे।
इस साल का तीसरा चंद्र ग्रहण 5 जुलाई को लगेगा। इससे पहले जून महीने में 5 जून को चंद्र ग्रहण लगा था, इसके बाद 21 जून को सूर्य ग्रहण और अब एक बार फिर से चंद्र ग्रहण लग रहा है। भारत में चंद्र ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। लेकिन यह चंद्र ग्रहण दूसरे देशों में सुबह 8 बजकर 38 मिनट से लगेगा। सुबह 9 बजकर 59 मिनट में ग्रहण का परम ग्रास होगा। दिन के 11 बजकर 21 मिनट पर उपच्छाया चंद्र ग्रहण समाप्त हो जाएगा। इस बार चंद्र ग्रहण पर गुरु पूर्णिमा का विशेष योग बन रहा है।
यह ग्रहण एक उपछाया चंद्र ग्रहण होगा यानी ज्योतिष शास्त्र के अनुसार उपछाया चंद्र ग्रहण का असर न के बराबर होता है इसलिए ज्यादा बुरा प्रभाव नहीं पड़ता लेकिन फिर भी सावधानी रखने की सलाह दी जाती है। इस उपछाया चंद्रग्रहण को धनुर्धारी चंद्रग्रहण भी कहा जा रहा है। उपछाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा पूरी तरह काला नहीं होता है, जबकि केवल उसका आकार धुंधला दिखायी देता है। ऐसे में चंद्रमा की चमक कम हो जाती है या मलीन हो जाती है। इसलिए इसे उपछाया चंद्रग्रहण कहते हैं ना कि चंद्रग्रहण।
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