बाहर से लौटने वालो को 21 दिन के होम क्वारंटीन का प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
दूसरे राज्यों में फंसे प्रवासी कामगारों, छात्रों समेत सभी के लिए डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ और एनएचएम ने बुधवार को संयुक्त रूप से प्रबंधन प्रोटोकॉल जारी किया है।इसके तहत घर लौटने पर सभी की जिला प्रशासन की तरफ से पंजीकरण और स्क्रीनिंग की जाएगी।
जिन प्रवासियों में कोविड-19 के लक्षण मिलेंगे, उन्हें क्वॉरंटीन सेंटरों में रखा जाएगा। संक्रमित पाए जाने पर कोविड-19 अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। संक्रमण नहीं पाया जाता है तो सात दिन क्वारंटीन सेंटर में रखकर दोबारा जांच की जाएगी।
तब भी संक्रमण नहीं मिला तो घर भेजा जाएगा। घर में 14 दिन क्वारंटीन रहना होगा। इसके अलावा जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं पाए गए, उन्हें घर भेज दिया जाएगा। हालांकि 21 दिन तक क्वारंटीन रहना होगा।
होम क्वारंटीन में बरतें ये सावधानियां
- होम क्वारंटीन में अलग कमरे में ही रहें।
- मास्क, गमछा या दुपट्टा से मुंह व नाक ढंककर रखें।
- मास्क, गमछा, दुपट्टा को साबुन व गर्म पानी से धोकर धूप में सुखाएं।
- सिर्फ एक बार उपयोग के लिए बने मास्क का दोबारा इस्तेमाल न करें।
- साबुन व साफ पानी से बार-बार हाथ धोते रहें।
- बर्तन, पानी का गिलास, तौलिया, बिस्तर या अन्य उपयोग की जाने वाली चीजों को दूसरों से साझा न करें।
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