समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता बेनी प्रसाद वर्मा का निधन
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता बेनी प्रसाद वर्मा का निधन हो गया। लखनऊ के निजी अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांस ली। लंबे वक्त से बीमार चल रहे बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के बाद समाजवादी पार्टी में शोक की लहर दौड़ पड़ी। उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के बड़े नेता माने जाने वाले बेनी प्रसाद वर्मा सपा के मुखिया मुलायम सिंह यादव के बेहद करीबियों में शामिल थे। तीन बार केंद्रीय मंत्री रहने वाले बेनी प्रसाद वर्मा की राजनीतिक जीवन में कई उतार-चढ़ाव भी आएं।
केंद्र और राज्य में रहे मंत्री
बेनी प्रसाद वर्मा केंद्र में तीन बार मंत्री बने। उन्होंने इस्पात मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। वहीं कई बार उत्तर प्रदेश लोक निर्माण विभाग मंत्री भी रहे। वहीं उन्होंने देवेगौड़ा की सरकार में केंद्रीय संचार मंत्री की जिम्मेदारी संभाली। सपा के निर्णायक फैसलों में उनकी भूमिका अहम रहती थी। वो समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद थे। बेनी प्रसाद वर्मा उत्तर प्रदेश के कुर्मी समाज के सर्वमान्य नेता माने जाते थे।
नाराज होकर बना ली अपनी पार्टी
बेनी प्रसाद वर्मा अपने बेटे के लिए साल 2007 में टिकट चाहते थे, लेकिन मुलायम के करीबी अमर सिंह की वजह से उनके बेटे राकेश वर्मा को टिकट नहीं मिल सका। इस बात से नाराज होकर उन्होंने सपा छोड़ दिया और अपनी पार्टी बना ली। समाजवादी क्रांति दल का गटन करने के बाद वो साल 2008 में कांग्रेस में शामिल हो गए।
बेनी प्रसाद वर्मा का जन्म 11 फरवरी 1941 को उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिले के सिरौली में हुआ था। उनके पिता का नाम मोहनलाल वर्मा और माता रामकली वर्मा था। साल 1956 में उनका विवाह मालती देवी से हुआ। परिवार में 3 बेटे और 2 बेटियां हैं। उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से बीए और एलएलबी की पढ़ाई पूरी। एलएलबी की पढ़ाई के बाद वो राजनीति में आ गए। पहली बार 1992 में उत्तरप्रदेश के कैसरगंज से लोकसभा का चुनाव जीतकर कैबिनेट मंत्री बने। मुलायम सिंह के करीबी रहे हैं।
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