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मरकज ने बिगाड़ा देश का माहौल

दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात के मरकज का कोरोना कनेक्शन सामने आने के बाद हड़कंप मचा है।  इस पूरे मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को नाराजगी जाहिर की।  उन्होंने इस पूरी घटना की निंदा की है और कहा कि सब सारे मंदिर और मस्जिद बंद हैं तो फिर ऐसी हरकत क्यों हुई। 


मरकज में शामिल 10 ने तोड़ा दम


सबसे बड़ी बात ये है कि मरकज में आ चुके 10 लोग कोरोना के मरीज बन गए और उन्होंने दम तोड़ दिया, जिनमें से अकेले तेलंगाना के 6 लोग शामिल हैं। जबकि, जमात में शामिल हुआ फिलीपींस का एक नागरिक भी पहले ही दम तोड़ चुका है। इन मृतकों के संपर्क में आए कई लोग पहले से ही क्वारंटाइन किए जा चुके थे। जबकि, दिल्ली में दो दिनों के भीतर ही इस मरकज से एक हजार से से ज्यादा लोग पकड़े गए हैं, जिनमें से करीब 1,548 लोगों को निकाला जा चुका है, जिनमें से 441 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा 1100  लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। अब तक इनमें से 24 लोग कोविड-19 से संक्रमित पाए जा चुके हैं।



धर्म के नाम पर लॉकडाउन को दिखाया ठेंगा


बता दें कि तबलीगी जमात ने ये हरकत ऐसे समय में की है, जब भारत कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रहा है, प्रधानमंत्री ने इसे प्रकोप को रोकने के लिए 21 दिन का लॉकडाउन घोषित कर रखा है। देश में कुल बारह सौ से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं और तीस से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। लेकिन, लाख चेतावनियों के बावजूद यहां धार्मिक नेताओं के इशारे पर भीड़ दिन-रात एक जगह जमा रही और फिर यहां से निकलकर देश के कई राज्यों में कोरोना संदिग्धों को संक्रमण फैलाने का मौका दिया।


मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग भी इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन पर कार्रवाई होगी. दिल्ली सरकार ने इस केस में जिम्मेदारी लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए उपराज्यपाल को पत्र लिखा है।  जो भी जिम्मेदार होगा उन पर सख्त कार्रवाई होगी। 


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