तहसीलदार की कार्यप्रणाली से अधिवक्ताओं में भारी आक्रोश है।
मछलीशहर -
अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य से विरत रहने का निर्णय लिया है।बताते हैं कि तहसीलदार संतोष कुमार सोनकर न्यायालय में विवादित पत्रावलियों में बिना आपत्तिकर्ता की सुनवाई के आदेश पारित करने, अविवादित दाखिल खारिज, भ्रष्टाचार व अन्य समस्याओं को लेकर अधिवक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है।
अधिवक्ताओं की लिखित शिकायत पर अधिवक्ता संघ ने निर्णय लिया कि विरोध स्वरुप 24 व 25 जनवरी को अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहेंगे। इसके साथ ही शनिवार को अधिवक्ताओं की बैठक अधिवक्ता भवन में आहूत की गई है।
जिसमें उक्त समस्याओं पर विचार विमर्श कर अगली रणनीति पर विचार विमर्श किया जायेगा। तहसीलदार को अपनी कार्य प्रणाली में सुधार लाने का अल्टीमेटम दिया गया।अधिवक्ता कार्यकारिणी की बैठक संघ के अध्यक्ष प्रेम बिहारी यादव की अध्यक्षता में गुरु वार को उक्त निर्णय लिया गया।
जिसमें संघ के पदाधिकारी लक्ष्मी शंकर पाल, अजय कुमार दूबे, राज कुमार पटवा, बृजेश कुमार पाल, सुरेन्द्र बहादुर, लालजी यादव, धर्म प्रकाश, रमेश चंद्र, नागेन्द्र पटेल, कमलेश सिंह सहित सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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