सुस्त गति से निर्माण हो रहे मेडिकल कॉलेज को देख भड़के कैबिनेट मंत्री
जौनपुर-सिद्दीकपुर गुस्से में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि टाटा बेहद लापरवाह निर्माण एजेंसी है। उन्होंने टाटा के मनोज चौधरी से प्रगति रिपोर्ट की जानकारी लेते हुए कहा कि एजेंसी को काली सूची में डालकर मुकदमा दर्ज कराने की बात कही।
केन्द्र सरकार के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने शुक्रवार को निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर का आला अफसरों के साथ निरीक्षण किया। खामियों देख विफर पड़े। चार वर्षों में मात्र 41 फीसदी कार्य देख निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई।
मंत्री ने कहा कि किसी भी कीमत पर इस साल ओपीडी विभाग चालू करना है। मंत्री के तीखे तेवर को देख मेडिकल कालेज के निर्माण से जुड़े लोगों के हाथ पांव फूल गये।
फोटो : साभार
दोपहर में हेलीकाप्टर से पुलिस लाइन पहुंचने के बाद कैबिनेट मंत्री कार से सीधे निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कालेज सिद्दीकपुर पहुंच गए। निरीक्षण के दौरान साथ में राज्यमंत्री गिरीश चंद यादव, जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार भी मौजूद थे।
निर्माण में धीमी गति देखी तो पूछने पर राज्यमंत्री गिरीशचंद्र यादव ने बताया कि यहां काम कम दिखावा अधिक हो रहा है। लापरवाही मिलने पर गुस्से में सुरेश खन्ना ने कहा कि टाटा बेहद लापरवाह निर्माण एजेंसी है। उन्होंने टाटा के मनोज चौधरी से प्रगति रिपोर्ट की जानकारी लेते हुए कहा कि एजेंसी को काली सूची में डालकर मुकदमा दर्ज करवा कर जेल भेज दूंगा और भी कड़ी कार्रवाई करूंगा अन्यथा सुधार लाएं।
इसके अलावा बालाजी निर्माण एजेंसी के पीएम राजेश त्रिपाठी, इलेक्ट्रिकल एजेंसी के पीएम मनोज कुमार, राष्ट्रीय निर्माण निगम के जेई रविनाग को भी फटकार लगाते हुए खरी-खोटी सुनाई।
श्री खन्ना ने वहां मौजूद सीएओ रामजी सिंह, शिक्षा डायरेक्टर से भी प्रगति रिपोर्ट ली। उन्होंने बताया कि 555 करोड़ में यह प्रोजेक्ट 2015 में सपा सरकार में शुरू हुई थी। जिसमें अब तक 269 करोड निर्माण के लिए आ चुका है। इसमें 57 करोड़ वर्तमान सरकार में मिला। जिसमें19 करोड़ अभी खर्च होने शेष हैं। जबकि चालीस फीसदी काम हुआ है।
इस पर कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि लेबर चार गुना बढ़ाकर दो शिफ्ट में काम कराया जाए । उन्होंने कहा कि कम से कम बेसिक विभाग (ओपीडी) इसी साल में पूर्ण व शुरू कर दिए जाय। उन्होंने चेतावनी दी है कि हर हाल में मेडिकल कालेज शुरू होनी चाहिए अन्यथा कड़ी कार्रवाई होगी।
डीएम दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि दो बार स्थलीय निरीक्षण कर कार्य पूर्ण करने की चेतावनी दी गयी थी लेकिन यह सब आये दिन कोई न कोई बहाना बनाकर समय टालते रहे। इस दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह, मण्डल अध्यक्ष जितेंद्र सिंह झिनकू, हरिश्याम वर्मा, अजय सिंह खर्चू, धर्मेन्द्र मिश्र, सुनील, जितेंद्र यादव मौजूद रहे।
राजकीय मेडिकल कालेज से मंत्री सुरेश खन्ना के जाते ही औपचारिक निर्माण कार्य बन्द हो गया। मंत्री के आने की सूचना पर 20 मजदूर लाकर काम पर दिखावे के लिए लगाया गया था।
मंत्री लौटे तो सभी मजदूर काम बंद कर तय शुदा मजदूरी राशि लेकर चलते बने। निर्माण एजेंसी के अधिकारियों व ठेकेदारों के संज्ञान में सब हो रहा
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