फर्रुखाबाद ऑपरेशन को सफल करने वाली पुलिस टीम को CM योगी ने की दस लाख के इनाम की घोषणा
करीब 11 घंटे चले ऑपरेशन में 5 पुलिस कर्मियों सहित आधा दर्जन लोग घायल हुए। वही अपहरण कर्त्ता सुभाष की मौत हो गयी। सुभाष की पत्नी को गाँव वालो ने जमकर पीटा जिससे उसकी हालत बिगड़ गयी पुलिस ने उसे अस्पताल भेज दिया जहा उपचार के दौरान उसकी मौत हो गयी। अपहरण कर्त्ता सुभाष की एक बेटी भी है जिसे सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया। सुभाष के घर से भारी मात्रा मे विस्फोटक बरामद किया गया। मुख्यमंत्री ने पुलिस टीम को दस लाख के इनाम की घोषणा की है।
आईजी मोहित अग्रवाल ने बताया कि बाथम के घर की तलाशी के दौरान राइफल-कारतूस और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है। इतने असलहा से वह पुलिस के साथ तीन दिन तक मोर्चा ले सकता था। ज्यादा वक्त तक पुलिस को इंगेज रख सके, इसलिए रुक-रुककर फायरिंग कर रहा था। शुरुआत में दहशत पैदा करने के लिए उसने पुलिस और ग्रामीणों पर गोलीबारी की। इसमें कई लोग घायल हुए।
पुलिस ने बताया कि सुभाष के पास इतना गोली बारूद था कि वो 2 दिन तक पुलिस से मुकाबला कर सकता था, 25-30 गोलियां, एक कंट्री मेड तमंचा, एक राइफल और बड़ी संख्या में बारूद था, सुभाष ने कई सारे सुतली बम बना रखे थे और वो तहखाने में एक साथ सबको उड़ाने की धमकी भी दे रहा था. सुभाष को करीब 2 महीने पहले बेल मिली थी. हत्या, आर्म्स एक्ट केस और कई सारे मुकदमे थे. आपराधिक प्रवृत्ति होने के कारण सुभाष से लोग कम बात करते थे. सुभाष अपने ऊपर दर्ज मुकदमों को खत्म करने की बात कह रहा था और पुलिस को इसी के जरिए ब्लैकमेल कर रहा था, बच्चों की सकुशल से रेस्क्यू हो, इसके लिए इतना वक़्त लगा.
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