जुनून ही दिखाती है सफलता की राह-श्रद्धा सरोज
जौनपुर -
खेतासराय बहुत से लोग ऐसे होते हैं। जो अर्थक प्रयासों के बावजूद भी जीवन में असफलता और हार का मुंह देखते हैं। ऐसे लोग यही सोचते हैं कि सफलता उनके भाग्य में ही नहीं है। लेकिन व्यक्ति को कभी भी हार से घबराना नहीं चाहिए।
असफलता से सफलता का सृजन कीजिए। निराशा और असफलता, सफलता के दो निश्चित आधार स्तंभ हैं। बस जरूरत है तो खुद में कुछ बदलाव करने की।
जनपद जौनपुर के बदलापुर क्षेत्र के राजाबाजार निवासी डॉ0 पीएल सरोज निदेशक आई0सी0ए0आर बीकानेर राजस्थान की पुत्री श्रद्धा सरोज ने जेआरएफ (गृह विज्ञान) में चयनित होने के बाद कहा कि किसी काम के बेहतर प्रदर्शन करने के लिए एक जुनून की जरूरत होती है।
यही जुनून सफलता की राह दिखाती है। जब हमारा काम हमारा शौक भी हो यानी जो कुछ हम करना चाहते है। वही हमारा कैरियर भी हो, हमारे अन्दर उस काम को करने के लिए एक जुनून पैदा होता है। और फिर सफलता की एक नई कहानी लिखी जाती है।
अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों के साथ-साथ माता नीलम सरोज, चाचा राममनोरथ सरोज सहायक अध्यापक जय किसान इण्टर कॉलेज सरायख्वाजा बड़े भाई राजेश कुमार ,एवं डा. राकेश कुमार सरोज सहित अन्य लोगों को दिया।
और कहा कि पढ़ाई के दौरान परिजनों द्वारा भरपूर सहयोग मिला। जिससे जेआरएफ में चयन हुआ। यह परीक्षा यूजीसी एनटीए के द्वारा कराया जाता है।
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