कुलीन कुनबे के महापुरुष को बदनाम कर रहे प्रदर्शनी आयोजक
उरई (जालौन)। नगर के स्टेशन रोड स्थित एक हाते में कुलीन कुनबे के महापुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम से प्रदर्शनी व मेला का पिछले दिनों आनन-फानन में उद्घाटन कराने की रश्म अदायगी के बाद जहां उसका विधिवत तरीके से संचालन प्रमोद कुुमार रामनगर निवासी द्वारा शुरू करा दिया गया तो वहीं अब तक उक्त प्रदर्शनी व मेला की अग्निशमन विभाग व प्रदूषण विभाग द्वारा एनओसी तक नहीं ली गयी।
- अग्निशमन व प्रदूषण विभाग की नहीं मिली एनओसी
- किसकी शह से फलफूल रही प्रदर्शनी व मेला
उरई (जालौन)। नगर के स्टेशन रोड स्थित एक हाते में कुलीन कुनबे के महापुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम से प्रदर्शनी व मेला का पिछले दिनों आनन-फानन में उद्घाटन कराने की रश्म अदायगी के बाद जहां उसका विधिवत तरीके से संचालन प्रमोद कुुमार रामनगर निवासी द्वारा शुरू करा दिया गया तो वहीं अब तक उक्त प्रदर्शनी व मेला की अग्निशमन विभाग व प्रदूषण विभाग द्वारा एनओसी तक नहीं ली गयी।ऐसी स्थिति में यदि कोई दुर्घटना घटित होती है उसकी जिम्मेदार कौन लेगा यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका जबाब शायद ही जिम्मेदार प्रशासनिक अमला दे पाये। फिर भी चलता के ढर्रे के सहारे उक्त प्रदर्शनी व मेला का संचालन हो रहा है।
पिछले दिनों स्टेशन रोड स्थित निजी हाते में मोहल्ला रामनगर निवासी प्रमोद कुमार द्वारा भाजपा के आदर्श पुरुष पं. दीनदयाल उपाध्याय के नाम का सहारा लेकर प्रदर्शनी व मेला का आनन-फानन में उद्घाटन कराने की औपचारिकतायें पूर्ण की थी। हालांकि उक्त उद्घाटन में किसी अधिकारी ने शिरकत नहीं की थी। क्यांेकि उस दौरान प्रदर्शनी व मेला लगाने की अनुमति भी सिटी मजिस्ट्रेट से नहीं मिली थी। लेकिन कुछ दिनों के अंतराल में सिटी मजिस्ट्रेट से जुगाड़ के सहारे अनुमति मिलने की औपचारिकतायें पूरी की गयी थी। लेकिन इसमें सबसे अहम अग्निशमन विभाग की एनओसी जरूरी होती है।
जब अग्निशमन विभाग के पास एनओसी हासिल करने के लिये प्रदर्शनी व मेला आयोजक ने आवेदन किया तो विभागीय टीम ने उक्त स्थल का निरीक्षण किया जिसमें संबंधित स्थल को अग्निसुरक्षा जनहित के दृष्टिकोण से असुरक्षित पाया गया। साथ ही स्थल पर पर्याप्त मात्रा में जगह न होनेे के साथ ही फायर टेण्डर को किसी आकिस्मता पर फायर फाइटिंग करने के लिये पर्याप्त नियमानुसार मार्ग मौजूद न होने व उसी परिसर के अंदर बैल्डिंग वर्क के नाम से बाबा पाल ट्राली व बाबा सुपर ट्राली टैंकर द्वारा ट्राली आदि की बैल्डिंग के द्वारा कार्य किये जाने का उल्लेख करते हुये उसकी आख्या पुलिस अधीक्षक डा. सतीश कुमार को आवश्यक कार्रवाई के लिये भेज दी थी। अब ऐसी स्थिति में यदि प्रदर्शनी परिसर में कोई हादसा घटित होता है तो उसकी नैतिक जिम्मेदार किसकी होगी यह एक ऐसा प्रश्न है जिसका जबाब शायद ही किसी अधिकारी के पास हो। फिर भी जनपद में सब चलता है कि ढर्रे पर मानकों को ताक पर रखकर प्रदर्शनी व मेला आयोजक द्वारा संचालित किया जा रहा है।
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