दूध का टैंकर लेकर भागे बदमाशों को पुलिस ने दबोचा
दिनाँक 25.12.2019 -को समय- 02.52.38 बजे सूचना प्राप्त हुई कि 3-4 अज्ञात लोगो द्वारा दूध से भरे पराग डेयरी के टैंकर के ड्राइवर के हाथ-पैर बांध कर फेंक दिया है और टैंकर को लूट ले गये है।जिसे मात्र 10 मिनट में पकड़ लिया गया। पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर बाराबंकी ने पी0आर0वी0 कर्मियों को किया पुरस्कृत करने की घोषणा।
सूचना प्राप्त हुई कि 3-4 अज्ञात लोगो द्वारा दूध से भरे पराग डेयरी के टैंकर के ड्राइवर के हाथ-पैर बांध कर फेंक दिया है और टैंकर को लूट ले गये है। उक्त संवेदनशील सूचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए मात्र 10 मिनट के अति अल्प समय में घटना स्थल पर पहुँचकर कालर नेम कुमार से घटना के संन्दर्भ में आंशिक जानकारी प्राप्त की गयी जिसमें कालर नेम कुमार ने बताया कि वह पराग डेरी अम्बेडकर नगर का चालक है।
वह दूध का टैंकर ट्रक संख्या यू0पी0-42 टी0 7078 लेकर अपने गतंव्य पर जा रहा था नींद लगने के कारण हाइवे कट के नीचे गाड़ी किनारे लगा कर सो गया था तभी कुछ समय बाद 4 लोग आए और मुझे जगाकर नीचे उतारा और मार पीट कर हाथ पैर बाँध कर झाड़ी में फेंक दिया।मेरा दूध का टैंकर लखनऊ की तरफ लेकर भाग गये। किसी तरह हांथ-पैर खोलकर अपने प्रबन्धक को मोबाइल पर व 112 नम्बर पर सूचना दिया।
पुलिस अधीक्षक बाराबंकी द्वारा उक्त सूचना मिलने पर कोतवाली नगर व पी0आर0वी0 को तत्काल कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। पी0आर0वी0 कर्मचारीगणों द्वारा जानकारी के अनुसार से लखनऊ की तरफ हाइवे पर सतर्क दृष्टि रखते हुए आसपास के ढाबों/संदिग्ध स्थल पर उस दूध के टैंकर को ढूंढने का अथक प्रयास लगातार किया गया।
इसी क्रम में ढूढने का कार्य तेजी से किया जा रहा था तभी पराग डेयरी के प्रबन्धक ने फोन करके बताया कि गाडी में जी0पी0एस0 लगा है और टैंकर की लोकेशन लखनऊ की तरफ जाते हुए दिख रही है। लोकेशन के अनुसार पी0आर0वी0कर्मियों द्वारा अत्यधिक घने कोहरे में भी अथक प्रयासकर टैंकर को सकुशल बरामद किया गया जबकि टैंकर को लूटने वाले घने कोहरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे, अन्य विधिक कार्यवाही की जा रही है।
उक्त सराहनीय कार्य हेतु पुलिस अधीक्षक बाराबंकी द्वारा पी0आर0वी कर्मियों के उत्साहवर्धन हेतु 10,000-10,000 रूपये के नकद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।
पी0आर0वी0 स्टाफ -
1. कमाण्डर - हरि बाबू गिरि
2. सब कमाण्डर- पुष्पेन्द्र सिंह
3. पायलट - उदित नारायण पाण्डेय
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