बगैर टेण्डर गौशाला निर्माण कराने का मुद्दा गरमाया
जालौन (उरई)। सरकार लगातार सरकारी कार्यों में पारदर्शिता लाने की बात कह रही है। वही नगर पालिका परिषद नियम कायदा कानूनों की अनदेखी कर सरकार की साख को बट्टा लगाते हुए बगैर टेंडर के लाखों का काम करा दिया है। बगैर टेंडर के काम होने की खबर सामने पर समाज सेवियों ने जिलाधिकारी से जांच कराने की मांग की है।
- समाजसेवियों ने डीएम से की जांच की मांग
- 1 करोड़ 56 लाख रुपये की लागत से होना है निर्माण
नगर पालिका परिषद द्वारा औरैया मार्ग पर गाटा नम्बर 19 के 0.9430 हेक्टेयर कान्हा गौशाला व बेसहारा पशु आश्रय का निर्माण कराया जाना हैं। 1 करोड़ 65 लाख की लागत से प्रस्तावित गौशाला के निर्माण के लिए नगर पालिका द्वारा ई टेन्डर करायी गयी है। गौशाला के लिए टेंडर की तिथि 5 व 6 दिसंबर को रखी गई थी। आज टेंडर का दिन था तथा अभी ठेकेदार का चयन भी नही हो पाया है।चहेतों ठेकेदारों के माध्यम से बगैर टेंडर के करा दिया काम
नगर पालिका के जिम्मेदारों ने अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के इरादे से बगैर टेंडर की काम शुरू करा दिया गया है। नगर पालिका ने शासन से स्वीकृत मिलने के 5 नवंबर को भूमि पूजन कर गोशाला का निर्माण शुरू करा दिया तथा गौशाला की शत प्रतिशत बाउण्ड्री का निर्माण हो चुका है तथा भूसा घर व टीन शेड के भवन की नींव बनवा दी है। घोटाले की बू आने के बाद समाजसेवियों ने उठायी जांच की मांग
गोशाला निर्माण के नाम पर नगर पालिका के जिम्मेदारों द्वारा घोटाला करने आशंका को देखते हुए समाजसेवी शाकिर हसन वारसी, सुबोध कुमार प्रजापति, अशफाक राईन, पवन याज्ञिक, सुनील त्रिपाठी ने जिलाधिकारी से मांग की है कि मामले की जांच कराकर कार्यवाही की जाय।
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