अपनी बुरी दशा की कहानी बयां करता यह खुटहन डाकघर
जौनपुर - खुटहन डाकघर पोस्ट ऑफिस अपनी बदहाल सूरत पर आंसू बहा रहा है यहां पर बैठे कार्मचारी किसी तरह ऐसे जर्जर स्थान पर रह्कर अपने कार्य को पूरा कर रहे हैं। वर्षों से डाकखाने की पुताई-रगांई व मरम्मत कार्य नहीं हुआ है।
जानकारी के अनुसार लगभग ब्रिटिश शासन काल से यह पोस्ट ऑफिस बना हुआ है।खुटहन क्षेत्र के सैकड़ों गांव का कार्य इस पोस्ट ऑफिस के द्वारा होता है।डाकखाना के खाताधारकों और पोस्ट करने वाले लोगों का कहना है कि पोस्ट ऑफिस की हालत देखते हैं तो लगता है कि उच्च अधिकारी खुटहन पोस्ट ऑफिस को भूल ही गए हैं।क्योकि पोस्ट ऑफिस के हर कमरे की खिड़कियां और छत जगह-जगह टूटकर जर्जर हो गया है। ऐसा लगता है कि छत कहीं सर पर न गिर जाए।
बारिश होते ही बारिश का पानी डाक घर में प्रवेश कर जाता है। लेकिन इसके बारे मे शासन-प्रशासन मौन है। मीडियाकर्मियो ने जब जर्जर कमरे व खिड़कियों के बारे में बड़े बाबू से पूछा तो इस पर कुछ कहने के लिए नहीं तैयार हुऐ।लेकिन बस इतना ही बोले कि कई वर्षों से यहां पुताई-रगांई व मरम्मत कार्य नहीं हुआ है।पोस्ट ऑफिस की मरम्मत और साफ-सफाई करने के लिए विभाग के तरफ़ से कोई बजट नहीं आया है।
कोई टिप्पणी नहीं